श्री घाटीवाले बाबाजी की गऊशाला !!

परम पूजनीय श्री श्री हंस दास जी महाराज जी ने डेरे में बहुत बड़ी गऊशाला का निर्माण किया है। जिसमें 100 से उपर पशु हैं। जिसमें गऊऐं और भैंसे शामिल हैं। डेरे में सुबह नाशतें में चाय के लिए डेरे का दूध ही प्रयोग किया जाता है। पिछले 60 वर्ष से तकरीबन श्री जी चरणदास बाबा जी गऊशाला की सेवा संभाल रहे हैं और श्री शंकर दास जी बाबा जी जिन्होने 60 वर्ष गऊशाला की सेवा की !!

अब अपना शरीर त्याग चुके हैं और गऊओं के चारा डेरे की ज़मीन से ही आता है। पशुओं के लिए तूड़ी इकट्ठी ही ले ली जाती है। तूड़ी के लिए बड़ा हाल बनाया गया है। गऊशाला में नौकर भी रखे हैं। जो पशुओं की देखभाल करते हैं।

मंत्र सिमरण करे -- मौक्श्र का मार्ग ।।